Dmart डीमार्ट आज भारत के हर छोटे-बड़े शहर में एक जाना-पहचाना नाम बन चुका है। खासकर मिडिल क्लास परिवारों के लिए यह एक भरोसेमंद ठिकाना है जहाँ से वो अपना पूरा महीना का घरेलू सामान बेहद कम कीमत में खरीदते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि डीमार्ट इतना सस्ता कैसे है? क्या यह संभव है कि ब्रांडेड सामान इतने कम दाम में मिल जाए?
इस ब्लॉग में हम डीमार्ट की बिजनेस स्ट्रेटेजी, संस्थापक राधाकिशन दमानी की सोच और वह राज़ बताएंगे जिससे डीमार्ट आज भी बड़े-बड़े ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म्स को टक्कर दे रहा है।
1. डीमार्ट की सफलता की कहानी: सिर्फ 12वीं पास लेकिन अरबों की संपत्ति
डीमार्ट के संस्थापक राधाकिशन दमानी हैं जिन्हें दिवंगत राकेश झुनझुनवाला ने अपना गुरु कहा था। उन्होंने सिर्फ 12वीं तक पढ़ाई की है, लेकिन उनकी व्यावसायिक समझ ने उन्हें भारत के सबसे अमीर लोगों की सूची में शामिल कर दिया है।
उनकी संपत्ति आज ₹1 लाख करोड़ से भी अधिक है। उन्होंने 2002 में मुंबई में पहला डीमार्ट स्टोर खोला और आज देश में 300 से भी अधिक स्टोर्स का साम्राज्य खड़ा कर दिया है।
2. डीमार्ट इतना सस्ता कैसे है? जानिए इसके 5 सबसे बड़े कारण
🔹 1. किराया नहीं देना पड़ता
डीमार्ट का सबसे मजबूत बिजनेस मॉडल यह है कि वे अपनी खुद की जमीन पर स्टोर खोलते हैं, किराए पर नहीं। इससे हर महीने की बड़ी खर्च बच जाती है। यही बचत ग्राहकों को छूट के रूप में दी जाती है।
🔹 2. तेजी से स्टॉक टर्नओवर
डीमार्ट का स्टॉक ज्यादा दिन तक नहीं रखा जाता। उनका टारगेट है कि 30 दिनों के अंदर सामान बिक जाए। इससे पुराना सामान जमा नहीं होता और ताजा स्टॉक जल्दी आता है।
🔹 3. निर्माताओं को जल्दी भुगतान
डीमार्ट बाकी रिटेलर्स की तुलना में कंपनियों को भुगतान जल्दी करता है। इसके बदले में उन्हें अधिक छूट मिलती है। यही छूट ग्राहकों तक ट्रांसफर की जाती है।
🔹 4. बड़ी मात्रा में खरीदारी (Bulk Purchasing)
डीमार्ट एक ही प्रोडक्ट को बहुत बड़ी मात्रा में खरीदता है। इससे यूनिट कीमत कम हो जाती है, और वही बचत कस्टमर को फायदा पहुंचाती है।
🔹 5. कम विज्ञापन खर्च
डीमार्ट ज्यादा प्रचार नहीं करता। उनकी मार्केटिंग वर्ड-ऑफ-माउथ पर आधारित है, जिससे ब्रांडिंग में खर्च कम होता है। यही बचत भी ग्राहकों को लाभ देती है।
3. डीमार्ट का प्रभाव: जहाँ खुलता है, वहाँ जमीन के दाम बढ़ जाते हैं
अगर किसी नई लोकेशन पर डीमार्ट खुलता है, तो वहाँ के रियल एस्टेट रेट बढ़ने लगते हैं। इसका मतलब है कि लोग डीमार्ट की रणनीति और जगह के चुनाव पर भरोसा करते हैं। यह भी उनकी व्यावसायिक दूरदृष्टि को दिखाता है।
4. डीमार्ट बनाम ई-कॉमर्स
आज के डिजिटल युग में भी जब फ्लिपकार्ट और अमेज़न जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स हर चीज़ पर छूट देते हैं, तब भी डीमार्ट की ऑफलाइन खरीदारी का अनुभव और छूट लोगों को ज्यादा आकर्षित करती है। ग्राहक को यहाँ विश्वास, गुणवत्ता और छूट तीनों एक साथ मिलते हैं।
निष्कर्ष: डीमार्ट की सस्ती कीमतें कोई जादू नहीं, यह स्मार्ट स्ट्रेटेजी है
डीमार्ट एक ऐसा ब्रांड है जिसने भारतीय रिटेल मार्केट में क्रांति ला दी है। राधाकिशन दमानी की सोच, लो कॉस्ट ऑपरेशन, तेज स्टॉक टर्नओवर, और निर्माता से सीधे संबंध – ये सभी डीमार्ट को सस्ते दाम पर गुणवत्तापूर्ण सामान देने में मदद करते हैं।
इसलिए अगली बार जब आप डीमार्ट से सामान खरीदें, तो समझिए कि यह सिर्फ छूट नहीं बल्कि एक स्मार्ट बिजनेस मॉडल का कमाल है।
NOTE : यहां दी गई जानकारी एक सामान्य अनुमान और धारणा ओ के आधारित हे किसी भी जानाकरी कोई निष्कर्ष पर कृपया ना पोहचे। जानकारी के अनुरूप Expert की सलाह जरूर ले. धन्यवाद
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