वर्तमान समय में सोने के आसमान छूते भावों के बीच नकली सोने का प्रचलन बढ़ गया है। आपकी मेहनत की कमाई धोखाधड़ी का शिकार न बने, इसके लिए सोने के गहने खरीदते समय हॉलमार्किंग की पूरी जांच करना अनिवार्य है। इस लेख में हम आपको हॉलमार्किंग प्रणाली, इसके महत्व और नकली सोने से बचने के उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे।
सोने के भावों में उछाल और नकली सोने की समस्या
हाल के समय में सोने के भावों में अभूतपूर्व उछाल देखने को मिला है। वर्तमान में सोने के भाव ₹96,000 की सतह के आसपास बने हुए हैं। अप्रैल महीने में तो 10 ग्राम सोने का भाव ₹1 लाख को भी पार कर गया था। 2020 में जब सोने का भाव ₹50,000 की सतह पर था, तब से अब तक इसमें बहुत बड़ी वृद्धि देखी गई है।
सोने के भावों में इस भारी वृद्धि के कारण बाजार में नकली या कम कैरेट का सोना बेचने का चलन बड़े पैमाने पर बढ़ रहा है। ऐसी खबरें भी सामने आई हैं कि लोग अपनी मेहनत की कमाई गंवा रहे हैं, क्योंकि उन्हें असली सोने के बजाय नकली सोना या कम कैरेट का सोना बेच दिया गया है। कई बार सोने का व्यापारी आपको 22 कैरेट का सोना बताकर 18 से 20 कैरेट के सोने के गहने बेच देता है। ऐसी स्थिति में, ग्राहकों के लिए सोने की शुद्धता और प्रामाणिकता की जांच करना अत्यंत महत्वपूर्ण हो गया है।
हॉलमार्क: सोने की शुद्धता की गारंटी
सोने के गहनों में बढ़ती धोखाधड़ी को रोकने और ग्राहकों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए 'हॉलमार्किंग' प्रणाली बहुत मददगार साबित हुई है। हॉलमार्क सोने की शुद्धता और गुणवत्ता का एक प्रमाण पत्र है, जिसे भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा जारी किया जाता है। हॉलमार्क वाला सोना असली और प्रमाणित सोना माना जाता है।
जब भी आप झुमके, हार या कोई अन्य सोने के गहने खरीदें, तो अपने जौहरी से यह सुनिश्चित करने के लिए कह सकते हैं कि वे भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) के मानकों के अनुसार हों। आप उनसे इसका रिपोर्ट दिखाने के लिए भी कह सकते हैं। इस रिपोर्ट और हॉलमार्क के निशान से आप सोने की शुद्धता, उसके कैरेट और उसकी प्रामाणिकता के बारे में सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
BIS हॉलमार्क के मुख्य घटक
सोने के गहनों पर भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) का लोगो लगा होना अत्यंत आवश्यक है। यह लोगो सोने की शुद्धता और कैरेट की गारंटी देता है। 31 मार्च 2023 से हॉलमार्क यूनीक आइडेंटिटी नंबर (HUID) लिखना अनिवार्य कर दिया गया है, जो पहले की व्यवस्था के तहत अनिवार्य नहीं था। इस हॉलमार्क में निम्नलिखित मुख्य घटक होने चाहिए:
- BIS लोगो: यह भारतीय मानक ब्यूरो का त्रिकोणीय लोगो है, जो दर्शाता है कि गहना BIS द्वारा प्रमाणित है।
- कैरेट की शुद्धता: गहने पर उसकी शुद्धता कैरेट में दर्शाई गई होती है, जैसे 22K916 (22 कैरेट सोना), 18K750 (18 कैरेट सोना), 14K585 (14 कैरेट सोना)। 916 का अर्थ है 91.6% शुद्ध सोना।
- हॉलमार्किंग सेंटर का लोगो/नंबर: जिस सेंटर द्वारा गहने का हॉलमार्किंग किया गया है, उसका लोगो या नंबर दर्शाया गया होता है।
- ज्वेलर का पहचान चिह्न/लोगो: ज्वेलर्स का नाम या उनका लोगो भी गहने पर अंकित होता है।
- छह अंकों का अल्फान्यूमेरिक HUID नंबर: यह एक यूनीक आइडेंटिटी नंबर है, जिसमें अक्षरों और अंकों का मिश्रण होता है। यह नंबर प्रत्येक गहने के लिए विशिष्ट होता है और इसके द्वारा गहने के उत्पादन से लेकर बिक्री तक की सभी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इस HUID नंबर के बिना अब सोने के गहने बेचे नहीं जा सकते।
ये सभी निशान गहने पर स्पष्ट रूप से अंकित होने चाहिए। यदि कोई जौहरी आपको हॉलमार्क के बिना गहने बेचने का प्रयास करता है, तो यह कानूनी नहीं है और आपको ऐसे गहने खरीदने से बचना चाहिए।
HUID नंबर के जरिए सोने की पूरी जानकारी प्राप्त करें
आधुनिक तकनीक के युग में, आप अपने खरीदे गए हॉलमार्क वाले गहने की पूरी जानकारी ऑनलाइन भी जांच सकते हैं। भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा एक मोबाइल एप्लिकेशन उपलब्ध है, जिसका नाम 'BIS CARE' है। इस ऐप पर जाकर आप अपने गहने पर छपे HUID नंबर की जानकारी दर्ज करके उसका पूरा इतिहास प्राप्त कर सकते हैं।
यह ऐप आपको निम्नलिखित जानकारी प्रदान करेगा:
- गहने की शुद्धता (कैरेट और फाइननेस में)।
- हॉलमार्किंग सेंटर का नाम और पता।
- ज्वेलर का नाम और पहचान।
- गहने का वजन।
- हॉलमार्किंग की तारीख।
इसके अलावा, यदि आपके साथ धोखाधड़ी हुई है या हॉलमार्क किए गए गहने में कोई त्रुटि दिखाई देती है, तो आप इस ऐप के माध्यम से शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं। हॉलमार्क किए गए गहने में किसी भी प्रकार की त्रुटि होने पर, गहने के खरीदार को मुआवजा देने के लिए कंपनी बाध्य है। सोने के वजन में धोखाधड़ी होने पर भी मुआवजे की मांग की जा सकती है। यह प्रक्रिया ग्राहकों को असली और शुद्ध सोना मिलने की गारंटी देती है और उन्हें धोखाधड़ी से बचाती है।
सोना खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- हॉलमार्क वाले गहने का ही आग्रह करें: हमेशा BIS हॉलमार्क वाले गहने ही खरीदें। हॉलमार्क के बिना गहने खरीदने से बचें।
- HUID नंबर जांचें: गहने पर छह अंकों का अल्फान्यूमेरिक HUID नंबर है या नहीं, यह जांचें और यदि संभव हो तो BIS CARE ऐप पर उसकी जांच करें।
- भरोसेमंद जौहरी से खरीदारी करें: हमेशा जाने-माने और भरोसेमंद जौहरियों से ही सोने की खरीदारी करें, जिनकी बाजार में अच्छी प्रतिष्ठा हो।
- बिल लेने का आग्रह करें: गहने खरीदते समय पक्का बिल लेना न भूलें। बिल में सोने का वजन, कैरेट, हॉलमार्किंग विवरण और कीमत स्पष्ट रूप से दर्शाई होनी चाहिए।
- मेकिंग चार्जिस और अन्य खर्चों की जानकारी प्राप्त करें: गहने के वजन के अलावा मेकिंग चार्जिस और अन्य लागू होने वाले टैक्स के बारे में स्पष्टता प्राप्त कर लें।
- सोने के भावों की तुलना करें: खरीदारी करने से पहले अलग-अलग जौहरियों के सोने के भावों की तुलना करें, लेकिन केवल भाव के आधार पर गुणवत्ता से समझौता न करें।
- शंका होने पर विशेषज्ञ से संपर्क करें: यदि आपको सोने की शुद्धता के बारे में थोड़ी भी शंका हो, तो किसी विशेषज्ञ या हॉलमार्किंग सेंटर से संपर्क करके उसकी जांच करवाएं।
निष्कर्ष
सोने के आसमान छूते भावों और बाजार में बढ़ती धोखाधड़ी की घटनाओं के बीच, एक जागरूक ग्राहक बनना अत्यंत आवश्यक है। हॉलमार्किंग प्रणाली और HUID नंबर जैसी व्यवस्थाएं ग्राहकों के हितों की रक्षा के लिए ही बनाई गई हैं। आपकी मेहनत की कमाई का असली और शुद्ध सोने में निवेश हो, इसकी गारंटी सुनिश्चित करने के लिए, गहने खरीदते समय हमेशा हॉलमार्क की जांच करें और HUID नंबर की जानकारी प्राप्त करें। याद रखें, जानकारी आपकी सबसे बड़ी ताकत है और यह आपको धोखाधड़ी से बचा सकती है।
आशा है कि यह विस्तृत जानकारी आपको सोने की खरीदारी करते समय मददगार होगी और आप असली सोने और नकली सोने के बीच का अंतर पहचान पाएंगे।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
NOTE : यहां दी गई जानकारी एक सामान्य अनुमान और धारणा ओ के आधारित हे किसी भी जानाकरी कोई निष्कर्ष पर कृपया ना पोहचे। जानकारी के अनुरूप Expert की सलाह जरूर ले. धन्यवाद
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