Kotak Mahindra Bank कोटक महिंद्रा बैंक को Reserve Bank of India भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) से बड़ी राहत मिली है। RBI ने अप्रैल 2024 में कोटक महिंद्रा बैंक के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। आरबीआई ने नए स्नातकों को शामिल करने और ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग चैनलों के माध्यम से नए क्रेडिट कार्ड जारी करने से साफ इनकार कर दिया था। क्योंकि आरबीआई को बैंक के आईटी सिस्टम में कई खामियां मिली थीं, जो डेटा सुरक्षा और ग्राहकों के लिए जोखिम पैदा कर रही थीं। हालांकि, अब आरबीआई ने इस बैंक को राहत देने का ऐलान किया है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने क्रेडिट कार्ड जारी करने पर लगी रोक हटा दी है। अब बैंक नए क्रेडिट कार्ड जारी कर सकते हैं। साथ ही अब ग्राहक ऑनलाइन, मोबाइल बैंकिंग से भी जुड़ सकते हैं। ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग नए ग्राहकों को आकर्षित करेगी। आरबीआई की इस राहत से कोटक महिंद्रा बैंक के ग्राहकों को काफी फायदा होगा।
कोटक महिंद्रा बैंक को राहत, RBI ने हटाया प्रतिबंध
बुधवार का दिन कोटक महिंद्रा बैंक के लिए बेहद खास और राहत भरा रहा। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंक पर नौ महीने पहले लगाए गए प्रतिबंध को हटा दिया है। यह फैसला बैंक की कारोबारी गतिविधियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह प्रतिबंध उसकी डिजिटल बैंकिंग सेवाओं, खासकर 811 मोबाइल बैंकिंग प्लेटफॉर्म को प्रभावित कर रहा था। अब बैंक फिर से अपने ग्राहकों को नए क्रेडिट कार्ड जारी कर सकेगा और डिजिटल बैंकिंग सेवाओं को विस्तार दे सकेगा।
RBI ने क्यों लगाया था प्रतिबंध?
आरबीआई ने कोटक महिंद्रा बैंक पर तकनीकी खामियों के कारण प्रतिबंध लगाया था। बैंक के ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग प्लेटफॉर्म में बार-बार आ रही दिक्कतों के कारण केंद्रीय बैंक ने यह कड़ा कदम उठाया था। इस प्रतिबंध के कारण कोटक महिंद्रा बैंक को नए क्रेडिट कार्ड जारी करने और नए ग्राहक जोड़ने पर रोक लगा दी गई थी।
हालांकि, बैंक ने इस दौरान कई सुधारात्मक कदम उठाए और एक स्वतंत्र आईटी ऑडिट भी कराया। बैंक द्वारा उठाए गए कदमों से संतुष्ट होने के बाद आरबीआई ने यह प्रतिबंध हटा दिया।
क्रेडिट कार्ड और डिजिटल बैंकिंग में मिलेगी रफ्तार
अब जब प्रतिबंध हट चुका है, कोटक महिंद्रा बैंक फिर से अपनी डिजिटल सेवाओं का विस्तार कर सकता है। बैंक जल्द ही नए क्रेडिट कार्ड लॉन्च कर सकता है और अपने 811 मोबाइल बैंकिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से अधिक ग्राहकों को जोड़ सकता है।
बैंक ने अपने डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत किया है और तकनीकी खामियों को दूर करने के लिए उन्नत समाधान अपनाए हैं। इससे ग्राहकों को अधिक सुरक्षित और निर्बाध डिजिटल बैंकिंग अनुभव मिलेगा।
RBI के प्रतिबंध लगाने की प्रक्रिया
भारतीय रिजर्व बैंक किसी भी बैंक पर प्रतिबंध लगाने से पहले विस्तृत जांच करता है। यदि किसी बैंक में नियमों का उल्लंघन या गंभीर तकनीकी खामी पाई जाती है, तो उसे नोटिस और चेतावनी दी जाती है। यदि बैंक समय पर सुधार नहीं करता है, तो उस पर प्रतिबंध लगाया जाता है।
इससे पहले, आरबीआई ने मार्च 2022 में एचडीएफसी बैंक पर भी इसी तरह के प्रतिबंध लगाए थे, जो लगभग 15 महीने तक चले थे। यह प्रतिबंध भी डिजिटल बैंकिंग सेवाओं में आई खामियों की वजह से लगाया गया था।
नए गवर्नर का नरम रुख
आरबीआई के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा ने हाल ही में अपनी पहली मौद्रिक नीति समीक्षा (MPC) में यह स्पष्ट किया कि वह बैंकों पर सख्त नियामक प्रतिबंध तभी लगाएंगे जब इसकी आवश्यकता होगी। उनके इस नरम रुख से बैंकों को राहत मिलने की उम्मीद है।
निष्कर्ष
कोटक महिंद्रा बैंक के लिए यह एक बड़ी राहत की खबर है। आरबीआई के इस फैसले से बैंक के ग्राहकों को भी फायदा होगा, क्योंकि अब वे बिना किसी बाधा के बैंक की डिजिटल सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे।
इस फैसले से न केवल कोटक बैंक को बल्कि पूरे बैंकिंग सेक्टर को यह सीख मिली है कि तकनीकी मजबूती और नियामक मानकों का पालन करना बेहद जरूरी है।
NOTE : यहां दी गई जानकारी एक सामान्य अनुमान और धारणा ओ के आधारित हे किसी भी जानाकरी कोई निष्कर्ष पर कृपया ना पोहचे। जानकारी के अनुरूप Expert की सलाह जरूर ले. धन्यवाद
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