अब दिखेगा कॉलर का असली नाम यूजर्स को मिलेगा नया फीचर!



भारत की टॉप टेलीकॉम कंपनियां Jio, Airtel और Vi जल्द ही अपने यूजर्स के लिए एक नया Caller Name Presentation (CNAP) फीचर लॉन्च करने जा रही हैं। इस फीचर की मदद से यूजर्स कॉल करने वाले व्यक्ति का असली नाम देख सकेंगे, जिससे स्पैम और धोखाधड़ी वाले कॉल से बचाव संभव होगा।

अब दिखेगा कॉलर का असली नाम यूजर्स को मिलेगा नया फीचर!

CNAP फीचर क्या है?

Caller Name Presentation (CNAP) एक उन्नत सेवा है, जो कॉलर की पहचान को बेहतर बनाने में मदद करती है। अभी तक यूजर्स TrueCaller जैसे थर्ड-पार्टी ऐप्स का इस्तेमाल करके ही कॉलर की जानकारी प्राप्त कर सकते थे, लेकिन CNAP फीचर के आने के बाद टेलीकॉम कंपनियां खुद यह सुविधा देंगी। यह सुविधा मोबाइल स्क्रीन पर कॉलर का सत्यापित नाम दिखाएगी, जो टेलीकॉम नेटवर्क में पंजीकृत होगा।

CNAP फीचर कैसे करेगा काम?

  1. जब कोई यूजर किसी अन्य नंबर पर कॉल करेगा, तो रिसीवर की स्क्रीन पर कॉलर का असली नाम दिखाई देगा।
  2. यह नाम उस व्यक्ति के टेलीकॉम प्रोवाइडर के रिकॉर्ड से लिया जाएगा।
  3. इस फीचर से गलत नाम या स्पूफिंग कॉल्स की संभावना कम हो जाएगी।
  4. ट्रू-कॉलर की तरह यह थर्ड-पार्टी डेटा पर निर्भर नहीं होगा, बल्कि सीधे टेलीकॉम कंपनियों के डेटा से वैरिफाइड होगा।

टेलीकॉम कंपनियों की भागीदारी

रिपोर्ट्स के मुताबिक, Jio, Airtel और Vi इस नए फीचर के लिए कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ साझेदारी कर रही हैं। इन कंपनियों में Dell, Ericsson, HP और Nokia जैसी टेक दिग्गज शामिल हैं, जो इस तकनीक के लिए सॉफ्टवेयर और सर्वर सपोर्ट प्रदान करेंगी।

CNAP फीचर के फायदे

स्पैम कॉल्स से सुरक्षा: अनजान और फ्रॉड कॉल्स को रोकने में मदद मिलेगी।
सत्यापित कॉलर आईडी: ट्रू-कॉलर जैसे ऐप्स की जरूरत नहीं होगी।
डेटा प्राइवेसी: थर्ड-पार्टी ऐप्स पर निर्भरता खत्म होगी।
बेहतर कॉल अनुभव: फेक और स्पैम कॉल्स का स्तर घटेगा।

CNAP लॉन्च की स्थिति

ट्राई (TRAI) ने पिछले साल फरवरी में CNAP को लेकर विचार किया था और अब टेलीकॉम कंपनियों ने इस पर काम शुरू कर दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार:

  • कंपनियों ने इस फीचर के लिए आवश्यक हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के ऑर्डर दे दिए हैं।
  • कुछ क्षेत्रों में इस फीचर का ट्रायल शुरू हो चुका है।
  • ट्रायल सफल होने के बाद इसे चरणबद्ध तरीके से पूरे देश में लॉन्च किया जाएगा।

क्या CNAP फीचर ट्रूकॉलर को रिप्लेस कर देगा?

हालांकि TrueCaller पहले से ही यही सुविधा प्रदान करता है, लेकिन उसकी जानकारी क्राउड-सोर्सिंग पर आधारित होती है। दूसरी ओर, CNAP सीधे टेलीकॉम नेटवर्क से सत्यापित डेटा उपलब्ध कराएगा, जिससे गलत जानकारी दिखाने की संभावना कम हो जाएगी। इसका मतलब है कि CNAP फीचर ट्रूकॉलर से ज्यादा विश्वसनीय और सुरक्षित होगा।

निष्कर्ष

भारत के करोड़ों मोबाइल यूजर्स के लिए CNAP फीचर एक बड़ा बदलाव साबित हो सकता है। Jio, Airtel और Vi के इस नए फीचर से फ्रॉड कॉल्स पर लगाम लगेगी और यूजर्स की सुरक्षा में सुधार होगा। CNAP के रोलआउट के बाद, कॉलर आईडी पहचानने के लिए थर्ड-पार्टी ऐप्स की आवश्यकता नहीं रहेगी। टेलीकॉम कंपनियों ने इस तकनीक पर काम शुरू कर दिया है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही यह फीचर सभी यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा।


NOTE : यहां दी गई जानकारी एक सामान्य अनुमान और धारणा ओ के आधारित हे किसी भी जानाकरी कोई निष्कर्ष पर कृपया ना पोहचे। जानकारी के अनुरूप Expert की सलाह जरूर ले. धन्यवाद

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