सर्दियों में अगर आप भी स्वेटर और मोजे पहनकर सोते हैं तो हो जाये सावधान



Winter Sleeping Tips अधिक ठंड में रजाई और कंबल भी सिकुड़ जाते हैं। यही कारण है कि बहुत से लोग स्वेटर और मोज़े पहनकर सोते हैं। ऐसे में क्या आप जानते हैं कि यह आदत आपकी नींद के साथ-साथ आपकी सेहत पर भी गहरा असर डालती है। अगर आप भी सर्दियों में अक्सर ऐसी गलतियां करते हैं तो इस आर्टिकल में हम आपको बताने जा रहे हैं कि सोते समय गर्म कपड़े पहनने से क्या नुकसान होते हैं।

सर्दियों में अगर आप भी स्वेटर और मोजे पहनकर सोते हैं तो हो जाये सावधान



यह आदत आपको सर्दियों में भले ही चैन की नींद दिला दे, लेकिन यह आपकी सेहत के लिए किसी भी तरह से अच्छी नहीं है। अगर आपको भी सोते समय ऊनी कपड़े और मोजे पहनने की आदत है तो आपको इसके नुकसान के बारे में जानना चाहिए। हम आपको इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताने जा रहे हैं और आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

हृदय रोगियों को नुकसान

हृदय रोग से पीड़ित लोगों के लिए ऊनी कपड़े पहनकर सोना बेहद खतरनाक हो सकता है! मोटे रेशों और ऊनी कपड़ों में छोटे-छोटे छिद्र हमारे शरीर की गर्मी को अंदर ही रोक लेते हैं। सर्दियों में रजाई या कंबल के साथ ऊनी कपड़े पहनने से शरीर का तापमान बढ़ सकता है। यह बढ़ा हुआ तापमान मधुमेह और हृदय रोगियों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।

बेचैनी और घबराहट

डॉक्टरों के मुताबिक सर्दी के मौसम में हमारी रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं। ऐसे में जब हम गर्म कपड़े पहनकर सोते हैं तो शरीर बहुत ज्यादा गर्म लगता है। इससे बेचैनी, घबराहट और निम्न रक्तचाप जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए सोते समय हमेशा सूती कपड़े ही पहनने चाहिए। लापरवाही बरतने से गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।

खुजली, जलन और एलर्जी

ऊनी कपड़े शरीर का तापमान बढ़ा सकते हैं और सोते समय आपको पसीना आ सकता है। ऐसी स्थितियाँ त्वचा में जलन और खुजली पैदा कर सकती हैं, खासकर यदि आपको एलर्जी है। शुष्क त्वचा वाले लोगों के लिए यह समस्या अधिक गंभीर हो सकती है क्योंकि ऊनी कपड़े त्वचा को और भी अधिक शुष्क बना सकते हैं। इसलिए बेहतर है कि रात को सोने से पहले हल्के कपड़े पहनें और त्वचा को मॉइस्चराइज़ करें।

बेहतर नींद के लिए अपनाएं ये टिप्स

कमरे का तापमान 18-20 डिग्री सेल्सियस के बीच रखें। अत्यधिक गर्मी से पसीना आ सकता है और नींद में खलल पड़ सकता है।

बिस्तर पर जाने से पहले कमरे में पूरा अंधेरा कर दें। अंधेरा होने से मेलाटोनिन नामक हार्मोन का उत्पादन बढ़ जाता है जो नींद को नियंत्रित करता है।

सोने से पहले टीवी, मोबाइल या अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट का इस्तेमाल न करें। यह उपकरण नींद में खलल डाल सकता है।

अच्छी नींद के लिए जरूरी है कि आप एक अच्छा गद्दा और तकिया चुनें जो आपके शरीर को उचित सहारा दे।

हर दिन एक ही समय पर सोने और उठने की कोशिश करें। इससे आपके शरीर को इसकी आदत हो जाएगी और आपके लिए सो जाना आसान हो जाएगा।

सोने से पहले ध्यान या योग करने से तनाव कम करने और नींद में सुधार करने में मदद मिल सकती है। यदि आपको पुरानी अनिद्रा है, तो डॉक्टर से परामर्श लें।

NOTE : यहां दी गई जानकारी एक सामान्य अनुमान और धारणा ओ के आधारित हे किसी भी जानाकरी कोई निष्कर्ष पर कृपया ना पोहचे। जानकारी के अनुरूप Expert की सलाह जरूर ले. धन्यवाद

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