Monkeypox Virus मंकीपॉक्स वायरस एशिया के 116 देशों में अपने पैर पसार चुका है। इस बीमारी की संक्रामक शक्ति इतनी बढ़ गई है कि यह धीरे-धीरे दुनिया के अन्य देशों में भी फैल रही है। बीमारी की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए World Health Organization विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे गंभीर स्वास्थ्य संकट घोषित कर दिया है। शरीर पर दाने निकलना इस बीमारी के प्रमुख लक्षणों में से एक है। आज अफ़्रीकी देश कांगो में Mpox Virus ने अत्यंत विनाशकारी रूप धारण कर लिया है।
यहां इस बीमारी के 14,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। ये आँकड़े बेहद चिंताजनक हैं और इस बीमारी की गंभीरता को दर्शाते हैं। इस बीमारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने देशों से इस बीमारी से निपटने के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील की है। इसके लिए दुनिया भर के स्वास्थ्य विशेषज्ञ और शोधकर्ता इस बीमारी के लिए नए उपचार और टीके विकसित करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं।
Monkeypox मंकीपॉक्स के फैलने से WHO चिंतित है
डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (DRC) में मंकीपॉक्स के एक नए प्रकार का प्रकोप एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्रेयेसस ने इस बारे में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी का तेजी से फैलना और पड़ोसी देशों तक इसका पहुंचना बेहद चिंताजनक है। इसके साथ ही अन्य अफ्रीकी देशों में भी मंकीपॉक्स के नए मामले सामने आए हैं। महामारी विशेषज्ञ मैग्नस घिसलेन के मुताबिक, माना जाता है कि इस बीमारी से संक्रमित मरीज अफ्रीका के उन इलाकों से आए हैं जहां मंकीपॉक्स का खतरा सबसे ज्यादा है। इस संबंध में यह जानना बहुत जरूरी है कि मंकीपॉक्स क्या है, यह कैसे फैलता है और इससे कैसे बचा जाए। गौरतलब है कि मंकीपॉक्स (एमपॉक्स) एक संक्रामक बीमारी है जो आमतौर पर जंगली जानवरों में पाई जाती है। यह बीमारी जानवरों के संपर्क में आने या किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से इंसानों में फैलती है। मंकीपॉक्स (एमपॉक्स) के लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, थकान, लसीका ग्रंथियों में सूजन और शरीर पर छाले शामिल हैं।
What is Mpox एमपॉक्स क्या है?
मंकीपॉक्स एक गंभीर संक्रामक बीमारी है जो इन दिनों पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस बीमारी को पहले एमपॉक्स के नाम से भी जाना जाता था। मंकीपॉक्स ऑर्थोपॉक्सवायरस नामक वायरस के परिवार का हिस्सा है। यह बीमारी पहली बार 1958 में बंदरों में देखी गई थी। इसीलिए इस बीमारी को मंकीपॉक्स कहा जाता है। बंदरों में पाए जाने के बाद यह बीमारी धीरे-धीरे इंसानों में फैल गई। यह वायरस शीतला जैसे वायरस के परिवार से संबंधित बताया जाता है।
मंकीपॉक्स कैसे फैलता है?
मंकीपॉक्स एक संक्रामक रोग है जो मुख्य रूप से किसी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के सीधे संपर्क में आने से फैलता है। यह रोग एक वायरस के कारण होता है और शीतला के समान वायरस परिवार से संबंधित है।
मंकीपॉक्स कैसे फैलता है इसके बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
संक्रमित व्यक्ति के साथ सीधा संपर्क: यह रोग किसी संक्रमित व्यक्ति के फफोले, घाव या अन्य संक्रमित शरीर के अंगों के साथ सीधे शारीरिक संपर्क से फैलता है।
दूषित वस्तुएँ: यह बीमारी किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग की गई वस्तुओं जैसे कपड़े, चादरें, तौलिये आदि के संपर्क में आने से भी फैल सकती है।
साँस लेना: कभी-कभी, यह बीमारी किसी संक्रमित व्यक्ति की खाँसी या छींक से निकले छोटे-छोटे कणों के साँस लेने से भी फैल सकती है।
जानवरों से संचरण: मध्य और पश्चिमी अफ़्रीका में अधिकांश मामले उन लोगों में हुए हैं जो संक्रमित जानवरों के संपर्क में रहे हैं। यह रोग जानवरों के काटने, खरोंचने या उनका मांस खाने से मनुष्यों में फैलता है।
Symptoms of Mpox एमपॉक्स के लक्षण
एमपॉक्स एक वायरल संक्रमण है जिसके लक्षण आमतौर पर सर्दी जैसे होते हैं। इसके बाद शरीर पर एक खास तरह के दाने निकल आते हैं। इसके अलावा Mpox की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं।
बुखार: शरीर के तापमान में वृद्धि।
सिरदर्द: वायरस से संक्रमित व्यक्ति को सिरदर्द होता है।
शरीर में दर्द: मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द।
थकान: शरीर में थकान महसूस होना।
सूजी हुई लिम्फ नोड्स: कोहनी, घुटनों या गर्दन जैसे क्षेत्रों में सूजन वाली लिम्फ नोड्स हो सकती हैं।
दाने: यह एमपॉक्स का सबसे पहचानने योग्य लक्षण है। शरीर पर दाने निकल आते हैं जो पहले लाल फफोले जैसे दिखते हैं। फिर ये छाले पीले रंग के हो जाते हैं और तरल पदार्थ से भर जाते हैं। अंत में, यह सूख जाता है और पपड़ी बन जाती है। ये चकत्ते शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकते हैं, जैसे हाथ, पैर, चेहरा, मुंह या गुप्तांग।
एमपॉक्स के लक्षणों की शुरुआत से पहले और बाद की स्थितियाँ
संक्रमण से पहले: किसी व्यक्ति में कोई लक्षण नहीं हो सकता है।
प्रारंभिक लक्षण: सामान्य फ्लू जैसे लक्षण जैसे बुखार, सिरदर्द, थकान और लिम्फ ग्रंथियों में सूजन।
चकत्ते: शरीर पर चकत्ते पड़ना।
सुधार: दाने सूखने और पपड़ी पड़ने के बाद व्यक्ति धीरे-धीरे बेहतर होने लगता है।
एमपॉक्स के लक्षण कितने समय तक रहते हैं?
एमपॉक्स वायरस के संपर्क में आने के बाद लक्षण दिखने में कितना समय लगता है, यह हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकता है। हालाँकि, लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के 3 से 17 दिन बाद शुरू होते हैं। इस अवधि को ऊष्मायन अवधि कहा जाता है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, एमपॉक्स के लक्षण वायरस के संपर्क में आने के 21 दिनों के भीतर दिखाई देने लगते हैं। इस दौरान व्यक्ति दूसरों को संक्रमित कर सकता है, क्योंकि वायरस शरीर में मौजूद होता है। हालाँकि, कुछ मामलों में लक्षण लंबे समय तक रह सकते हैं।
Treatment of Mpox एमपॉक्स का इलाज
एमपॉक्स के लिए वर्तमान में कोई विशिष्ट उपचार नहीं है। हालाँकि, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) और अन्य स्वास्थ्य संगठन एमपॉक्स के लक्षणों से राहत के लिए कई उपचारों की सलाह देते हैं। इन उपचारों में आमतौर पर निम्नलिखित शामिल होते हैं।
दर्द और बुखार के लिए दवाएं: एमपॉक्स के कारण होने वाले बुखार और शरीर के दर्द से राहत के लिए पैरासिटामोल जैसी दवाएं दी जाती हैं।
छाले की देखभाल: एमपॉक्स छालों को साफ रखने और उन्हें फटने से बचाने के लिए अतिरिक्त देखभाल करें।
पर्याप्त आराम: शरीर को बीमारी से लड़ने के लिए पर्याप्त आराम बहुत ज़रूरी है।
खूब सारे तरल पदार्थ: शरीर में तरल पदार्थ के स्तर को बनाए रखने के लिए खूब पानी पियें।
महत्वपूर्ण बात यह है कि यदि किसी व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली अच्छी है तो एमपॉक्स को बिना किसी उपचार के ठीक किया जा सकता है। ऐसे मामलों में ध्यान केवल लक्षण निवारण पर होता है। एमपॉक्स के इलाज के लिए डॉक्टर से सलाह लेना बहुत जरूरी है। एक डॉक्टर आपकी स्थिति का आकलन कर सकता है और आपको सही उपचार दे सकता है।
NOTE : यहां दी गई जानकारी एक सामान्य अनुमान और धारणा ओ के आधारित हे किसी भी जानाकरी कोई निष्कर्ष पर कृपया ना पोहचे। जानकारी के अनुरूप Expert की सलाह जरूर ले. धन्यवाद
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