बारिश के मौसम में डायबिटीज के मरीज रखे ये 5 बाते का ख्याल हो सकता है फायदा



मौसम बदलते ही डायबिटीज के मरीजों के लिए खतरा बढ़ जाता है। बारिश के मौसम में डायबिटीज के मरीजों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पिछले कुछ सालों में डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। इसका कारण लोगों का खान-पान और उनकी जीवनशैली है। भारत में डायबिटीज के मरीजों की संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा है और भारत की लगभग 5% जनसंख्या डायबिटीज की चपेट में है।






बारिश के मौसम में डायबिटीज के मरीजों के लिए खतरा बढ़ जाता है इसलिए इस मौसम में उन्हें अपने स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है। आइये आपको बताते हैं कि मॉनसून के सीजन में डायबिटीज के मरीजों को किन बातों का खयाल रखना चाहिए



मानसून के मौसम में ये 5 चीजें, रखें अपने बैग में नहीं होगी कोई बीमारी

बारिश डायबिटीज के मरीज क्या रखना होगा  ख्याल 


संक्रमण का खतरा

बारिश के मौसम में संक्रमण का खतरा सबसे ज्यादा होता है इसलिए डायबिटीज के मरीजों को बाहर का खाना या खुले में मिलने वाली चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। बारिश में खान-पान से होने वाले संक्रमणों से डायरिया, कालरा और फूड प्वायजनिंग का खतरा बढ़ जाता है।  इस मौसम में आपके लिए यही बेहतर है कि आप घर का खाना खाएं और अच्छी तरह पकाया गया खाना खाएं। बासी खाना खाने से बचें। हो सके तो 6 घंटे से ज्यादा समय का बना हुआ खाना न खाएं।


तरल पदार्थों का ज्यादा सेवन

बारिश के मौसम में उमस बढ़ जाती है इसलिए पसीना भी खूब निकलता है और शरीर को ज्यादा पानी की जरूरत होती है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को बारिश के मौसम में तरल पदार्थों का ज्यादा सेवन करना चाहिए जैसे सब्जियों का रस, नारियल पानी, अदरक की चाय आदि। इसके अलावा आपको पानी खूब पीना चाहिए। अगर बारिश के बाद मौसम में नमी है तो गर्म तरल पदार्थ जैसे वेजिटेबल सूप, टोमैटो सूप आदि पिएं।


आंखों को होता है खतरा

डायबिटीज के मरीजों को आंखों के रोगों का खतरा होता है क्योंकि ब्लड शुगर बढ़ जाने से डायबिटीक रेटिनोपैथी हो सकती है। ये खतरा बारिश के मौसम में और ज्यादा बढ़ जाता है क्योंकि इस मौसम में हानिकारक बैक्टीरिया और इंफेक्शन वाले कीटाणु बहुत ज्यादा हावी होते हैं। इसलिए इस मौसम में बारिश के पानी से नहाने से बचें। घर से निकलें, तो सन ग्लासेज पहन कर निकलें और कपड़े धूप में ही सुखाएं।


पैरों को गीला न छोड़ें

डायबिटीज के मरीजों को अपने पैरों का विशेष खयाल रखना चाहिए। बारिश के मौसम में अक्सर आपके पैर भीग जाते हैं। ऐसे में कहीं भी जाते समय अपने बैग में एक कपड़ा और एक एक्सट्रा मोजा जरूर रखें ताकि पैर भीग जाने पर आप पैरों को पोंछ सकें और मोजा भीग जाने पर मोजा बदल सकें। घर से निकलने से पहले जब आप मोजा पहनें, तो तलवों में थोड़ा टैल्कम पाउडर छिड़क लें। इससे पसीना और नमी का असर कम होगा।


खाने-पीने का समय निर्धारित करें

बारिश हो या कोई भी मौसम डायबिटीज के मरीजों के लिए परहेज बहुत जरूरी है। इसलिए अपने खाने-पीने का एक समय निर्धारित करें। दिन में कई बार अपना ब्लड शुगर चेक करें और खान-पान में सभी जरूरी सावधानियां बरतें।

आपको हमारा  यह जानकरी कैसा लगा लगा हमें कमेंट करके जरूर बताये अच्छा लगे तो दोस्तों को जरूर शेयर करे और दुसरो को भी काम आये इसलिए अपने दोस्तों को भी शेयर करे


जल्दी प्रेग्नेंट कैसे हो ? स्वस्थ बच्चा पैदा करने के लिए आसान उपाय

मां बनने के बाद औरत को (Job) काम पर लौटना सही या गलत? कैसे ले फैसला

सर्दियों में गुड़ खाने के फायदे सुनकर उड़ होश जायँगे






NOTE : यहां दी गई जानकारी एक सामान्य अनुमान और धारणा ओ के आधारित हे किसी भी जानाकरी कोई निष्कर्ष पर कृपया ना पोहचे। जानकारी के अनुरूप Expert की सलाह जरूर ले. धन्यवाद

Post a Comment

Previous Post Next Post
Job WhatsApp Group!