शरीर की इन 5 जगहों पर दर्द है हार्ट अटैक का बड़ा सिग्नल: लक्षण, कारण और बचाव के उपाय



कई बार, सीने में उठने वाला एक हल्का-सा दर्द या कंधे में महसूस होने वाली चुभन को हम नजरअंदाज कर देते हैं, यह सोचकर कि यह बस थकान या मांसपेशियों का खिंचाव है। लेकिन क्या हो अगर यह मामूली-सा दर्द एक बड़े खतरे का संकेत हो? एक ऐसा खतरा, जो चुपके से आता है और आपके जीवन को खतरे में डाल सकता है। दिल का दौरा या हार्ट अटैक सिर्फ सीने में दर्द तक सीमित नहीं होता। यह शरीर के कई अन्य हिस्सों में भी दर्द के रूप में अपने लक्षण दिखाता है, जिसे अक्सर लोग पहचान नहीं पाते। अगर आपको या आपके किसी करीबी को ऐसे दर्द का अनुभव हो, तो इसे हल्के में न लें। सही समय पर सही जानकारी जीवन बचा सकती है।

शरीर की इन 5 जगहों पर दर्द है हार्ट अटैक का बड़ा सिग्नल: लक्षण, कारण और बचाव के उपाय


हार्ट अटैक: जब दर्द सिर्फ दिल तक सीमित नहीं रहता

जब हृदय की मांसपेशियों को पर्याप्त रक्त और ऑक्सीजन नहीं मिल पाता, तो दिल का दौरा पड़ता है। ऐसा आमतौर पर तब होता है जब हृदय को रक्त पहुंचाने वाली धमनियाँ (coronary arteries) वसा और कोलेस्ट्रॉल के जमाव से संकरी या अवरुद्ध हो जाती हैं। इस स्थिति को कोरोनरी धमनी रोग कहते हैं।

दिल के दौरे का सबसे आम लक्षण सीने में दर्द या दबाव है, लेकिन अक्सर यह दर्द शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल जाता है। इसे 'रेफर्ड पेन' (Referred Pain) कहते हैं। यह दर्द इसलिए होता है क्योंकि हृदय और शरीर के अन्य हिस्सों की नसें एक ही न्यूरल पाथवे को साझा करती हैं, जिससे मस्तिष्क दर्द के स्रोत को सही ढंग से नहीं पहचान पाता।

हार्ट अटैक के 5 मुख्य दर्द वाले संकेत

यह 5 जगहों पर होने वाला दर्द हार्ट अटैक का एक बड़ा और अक्सर अनदेखा किया जाने वाला संकेत हो सकता है:

1. सीने में दर्द या बेचैनी

यह सबसे आम लक्षण है। दर्द अक्सर सीने के बीच में होता है। यह एक भारीपन, दबाव, जलन या निचोड़ने जैसा महसूस हो सकता है। कुछ लोग इसे अपच या गैस समझकर गलती कर बैठते हैं। यह दर्द अक्सर कुछ मिनटों से अधिक समय तक रहता है और आराम करने से भी कम नहीं होता।

2. बाएँ हाथ, कंधे या पीठ में दर्द

हार्ट अटैक का दर्द अक्सर बाएँ हाथ, कंधे और पीठ तक फैल जाता है। यह दर्द अक्सर बाएँ हाथ से शुरू होकर जबड़े तक पहुँच सकता है। कुछ मामलों में यह दर्द दाहिने हाथ में भी महसूस हो सकता है। यह दर्द लगातार बना रहता है और अचानक से शुरू हो सकता है। इस तरह के दर्द को नजरअंदाज न करें, खासकर अगर यह सीने में बेचैनी के साथ हो।

3. जबड़े, गर्दन या गले में दर्द

जबड़े, गर्दन या गले में अचानक और बिना किसी कारण के दर्द या जकड़न महसूस होना भी हृदय रोग के लक्षण हो सकते हैं। यह दर्द कभी-कभी दांतों के दर्द जैसा भी लग सकता है। यह दर्द अक्सर असहनीय होता है और खाने या बात करने से भी कम नहीं होता। इसे अक्सर लोग दांत या गर्दन की सामान्य समस्या मान लेते हैं।

4. पेट या पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द

कई लोगों में दिल का दौरा पेट में दर्द, अपच, या सीने में जलन के रूप में प्रकट होता है। यह पेट दर्द गैस, अपच या सीने में जलन से अलग होता है क्योंकि यह आमतौर पर व्यायाम या तनाव के दौरान बढ़ जाता है और आराम करने से भी कम नहीं होता। अगर आपको लगातार एसिडिटी या अपच जैसा महसूस हो रहा हो और दवा लेने के बाद भी आराम न मिले, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

5. पीठ के ऊपरी हिस्से में दर्द या बेचैनी

महिलाओं में यह लक्षण अधिक आम है। पीठ के ऊपरी हिस्से में अचानक और तेज दर्द या दबाव महसूस होना, खासकर दोनों कंधों के ब्लेड के बीच, दिल के दौरे का संकेत हो सकता है। यह दर्द मांसपेशियों के दर्द से अलग होता है और यह लगातार बना रह सकता है। यह अक्सर सांस लेने में दिक्कत के साथ भी हो सकता है।

दर्द के अलावा अन्य लक्षण

दर्द के साथ-साथ, दिल के दौरे के लक्षण में और भी कई संकेत शामिल होते हैं:

  • सांस लेने में दिक्कत: सांस फूलना या सांस लेने में परेशानी महसूस होना।
  • पसीना आना: बिना किसी कारण के ठंडा पसीना आना।
  • जी मिचलाना और उल्टी: पेट में बेचैनी और उल्टी जैसा महसूस होना।
  • चक्कर आना या बेहोशी: अचानक कमजोरी या सिर हल्का महसूस होना।

पुरुषों और महिलाओं में अंतर: पुरुषों में आमतौर पर सीने में तेज दर्द होता है, जबकि महिलाओं में लक्षण थोड़े अलग हो सकते हैं। महिलाओं में सीने में दर्द की बजाय, थकान, सांस लेने में दिक्कत, जी मिचलाना और पीठ या जबड़े में दर्द जैसे लक्षण अधिक दिखाई देते हैं।

आपातकालीन स्थिति में क्या करें?

अगर आपको या आपके किसी प्रियजन को ऊपर बताए गए कोई भी लक्षण महसूस हों, तो तुरंत ये कदम उठाएं:

  • तुरंत आपातकालीन सहायता बुलाएं: बिना देर किए, 108 या आपातकालीन सेवाओं को कॉल करें।
  • शांति से बैठें या लेट जाएँ: किसी भी तरह की शारीरिक गतिविधि से बचें।
  • एस्पिरिन लें: अगर आपको एस्पिरिन से एलर्जी नहीं है और डॉक्टर ने आपको पहले ही सलाह दी है, तो एक एस्पिरिन की गोली चबाकर निगल लें। यह रक्त को पतला करने में मदद कर सकता है।
  • स्वयं गाड़ी चलाकर न जाएँ: एम्बुलेंस का इंतजार करें। खुद गाड़ी चलाकर अस्पताल जाना खतरनाक हो सकता है।

बचाव ही सबसे बड़ा इलाज है

हृदय रोग से बचने के लिए एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाना बहुत जरूरी है। हार्ट अटैक का इलाज से बेहतर उसका बचाव है। नियमित व्यायाम, संतुलित और पौष्टिक आहार (कम नमक, कम वसा), धूम्रपान और शराब से दूरी, और तनाव का प्रबंधन हृदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। हाई ब्लड प्रेशर और मधुमेह जैसी बीमारियों को नियंत्रित रखना भी बहुत ज़रूरी है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1: क्या गैस का दर्द हार्ट अटैक जैसा महसूस हो सकता है?
A: हाँ, कई बार गैस का दर्द सीने में जलन और बेचैनी पैदा कर सकता है जो हार्ट अटैक के लक्षणों जैसा लग सकता है। हालांकि, अगर दर्द के साथ सांस फूलना, पसीना आना या चक्कर आना जैसे लक्षण हों, तो इसे गैस समझने की गलती न करें और तुरंत डॉक्टर से मिलें।
Q2: हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में क्या अंतर है?
A: हार्ट अटैक एक 'सर्कुलेशन' समस्या है, जहां हृदय को रक्त प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है। वहीं, कार्डियक अरेस्ट एक 'इलेक्ट्रिकल' समस्या है, जहां दिल की धड़कन अचानक रुक जाती है, जिससे व्यक्ति बेहोश हो जाता है। कार्डियक अरेस्ट अक्सर हार्ट अटैक के बाद होता है, लेकिन जरूरी नहीं।
Q3: क्या युवा लोगों को भी हार्ट अटैक आ सकता है?
A: हाँ, खराब जीवनशैली, तनाव, धूम्रपान, और आनुवांशिक कारणों से आजकल युवा भी हृदय रोग का शिकार हो रहे हैं। यह एक गंभीर चिंता का विषय है, इसलिए युवाओं को भी अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए।

अस्वीकरण (Disclaimer): इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान के उद्देश्य से है। यह किसी भी तरह से पेशेवर चिकित्सा सलाह या उपचार का विकल्प नहीं है। यदि आपको कोई भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या है, तो कृपया हमेशा एक योग्य डॉक्टर से परामर्श लें।


NOTE : यहां दी गई जानकारी एक सामान्य अनुमान और धारणा ओ के आधारित हे किसी भी जानाकरी कोई निष्कर्ष पर कृपया ना पोहचे। जानकारी के अनुरूप Expert की सलाह जरूर ले. धन्यवाद

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